Aug 29, 2024
हर मौसम में दुश्मनों के लिए घातक साबित होने वाली AK47 का कोई तोड़ नहीं है।
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दूसरे विश्व युद्ध के दौरान दुश्मन देश जर्मनी के पास सेमी ऑटोमैटिक हथियार देख सोवियत ने घातक बंदूक बनाने का प्रण लिया।
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AK47 के डिजाइन को मिखाइल कलाश्निकोव तैयार किया था, जो सोवियत सैनिक और इंजीनियर दोनों ही थे।
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AK47 का पूरा नाम Avtomat Kalashnikova 1947 है।
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AK47 का आविष्कार साल 1947 में हुआ था और AK47 का 47 बंदूक के आविष्कार को दर्शाता है।
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चलाने में बेहद आसान।7.62×39 मिमी की लगती है गोली।एक बार 30 गोलियां भरने की क्षमता।4.8 किलोग्राम वजन।
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दुनियाभर में असॉल्ट राइफल के मामले में AK47 की खूब तस्करी भी होती है। कई देशों की सेना और पुलिस इसका इस्तेमाल करती है।
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