Oct 27, 2023
1930 में प्लूटो की खोज के बाद से हमने जाना है कि सौर मंडल में नौ ग्रह हैं। इस नौंवें ग्रह को लेकर खगोलविदों में जमकर बहस छिड़ती रही है।
Credit: NASA
1990 के दशक के बाद खगोलविदों ने इस बात पर बहस शुरू कर दी कि क्या प्लूटो असल में एक ग्रह है।
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इसे लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद पैदा हुए और एक विवादास्पद फैसले में अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ ने 2006 में प्लूटो को बौने ग्रह के रूप में नामित किया।
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इससे सौर मंडल के ग्रहों की संख्या घटकर सिर्फ आठ रह गई। ग्रहों की सूची में यह नेपच्यून के बाद आएगा। असल में प्लूटो वहां से बहुत दूर है और बेहद झुकी हुई और अण्डाकार कक्षा में है।
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नौवें ग्रह की तलाश के बीच एक नए ग्रह के अस्तित्व के गणितीय प्रमाण 20 जनवरी, 2016 को सामने आए थे। इसे प्लैनेट नाइन या प्लैनेट एक्स भी कहा जाता है।
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ऐसा माना जाता है कि इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 10 गुना और प्लूटो के द्रव्यमान का 5,000 गुना है।
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सबसे खास बात है कि वैज्ञानिकों ने प्लैनेट नाइन को नहीं देखा है। उन्होंने कुइपर बेल्ट (Kuiper Belt) में अन्य चीजों पर इसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से इसके अस्तित्व का अनुमान लगाया है।
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कुइपर बेल्ट सौर मंडल के किनारे एक क्षेत्र है जो सौर मंडल के जन्म से बची हुई बर्फीली चट्टानों का घर है।
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