Oct 12, 2022
1995 में अवैध हथियारों की तस्करी के आरोप में भी सर्गेई को जेल की सजा भी हुई। देश के हितों की सुरक्षा करने के लिए इसे ‘रूस के हीरो’ के खिताब से भी नवाजा जा चुका है।
Credit: AP
क्रीमिया पुल पर हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेहद गुस्से में हैं। इस हमले के बाद यूक्रेन पर उन्होंने अपना प्रहार तेज कर दिया है।
Credit: AP
यूक्रेन के घुटनों पर लाने के लिए पुतिन ने अपने सबसे खूंखार एवं क्रूर जनरल को जंग में उतार दिया है। सेना से रिटायर हो चुके इस जनरल का नाम सर्गेई सुरोविकिन है।
Credit: AP
सुरोविकिन अफगानिस्तान के सोवियत संघ के युद्ध में भाग ले चुका है। यह जनरल नागरिकों पर गोलियां चलाने में भी नहीं हिचकता। 2017 के सीरिया युद्ध में जब रूस ने दखल दिया तो उस समय भी पुतिन ने अपने इस जनरल को कमान सौंपी थी।
Credit: AP
सुरोविकिन पर सीरिया में रासायनिक हथियार के इस्तेमाल का आरोप लगा। दुश्मन को सबक सिखाने के लिए पुतिन का यह जनरल क्रूरता की सभी हदें लांघ जाता है।
Credit: AP
इसके बारे में कहा जाता है कि अपने एक सैनिक मारे जाने पर वह दुश्मन के तीन सिर मांगता है। 1991 में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने का आदेश देने पर इसे जेल की सजा हुई थी।
Credit: AP
Thanks For Reading!