ट्रेन के ड्राइवर को क्यों दिया जाता है लोहे का रिंग, वजह सुन चौंक जाएंगे

Shaswat Gupta

Jun 14, 2024

​भारतीय रेल से आप सभी ने सफर किया होगा, मगर कई सवालों के जवाब आपको नहीं पता होंगे।​

Credit: Social-Media/Istock

​ट्रेन के ड्राइवर को दिए जाने वाले रिंग के बारे में अगर आप नहीं जानते हैं तो हम बताते हैं।​

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​इसकी शुरुआत अंग्रेजाों द्वारा बनाए गए टोकन एक्सचेंज सिस्टम के तहत हुई थी।​

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​ड्राइवर को लोहे का छल्ला ट्रेन को उसके डेस्टिनेशन तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए देते थे।​

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​पहले ट्रैक सर्किट नहीं था इसलिए टोकन एक्सचेंज से ट्रेन अपने गंतव्‍य तक पहुंचती थी।​

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​सिंगल ट्रैक पर टोकन एक्सचेंज से दो ट्रेनों को भिड़ने से बचाया जाता था।​

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​इस सिस्‍टम में गाड़ी के चलने पर स्टेशन मास्टर ट्रेन के ड्राइवर को छल्ला देता था।​

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​रिंग मिलने का मतलब था जिस ट्रैक पर गाड़ी चल रही है वह लाइन पूरी तरह से क्लीयर है।​

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​ट्रेन के गंतव्‍य तक पहुंचने पर ड्राइवर उस लोहे की रिंग को जमा कर देता था।​

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