Jul 21, 2023
बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और उन्हें नजर बचाने के लिए घरों में कई तरह के उपाय किए जाते हैं।
Credit: Social-Media
बच्चों की मां या दादी कभी उन्हें काला धागा बांधती हैं तो कभी उन्हें काले रंग की माला पहना देती हैं।
Credit: Social-Media
ऐसा माना जाता है कि बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए उन्हें काला टीका लगाया जाता है।
Credit: Social-Media
अर्थर्ववेद में कुछ उपाय बताए गए हैं। जानकार बताते हैं कि, व्यक्ति के मन में पॉजिटिव और निगेटिव दो विचार आते हैं। अगर वो निगेटिव दृष्टि से बच्चे को देखता है तो बच्चे के आस पास निगेटिव औरा बनता है। इसी को बुरी नजर कहते हैं और ये निगेटिव एनर्जी बच्चों में प्रवेश कर जाती है।
Credit: Social-Media
चूंकि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है इसलिए उन्हें नजर भी जल्दी लग जाती है। हालांकि काला रंग निगेटिव एनर्जी को क्षीण कर देता है इसलिए बच्चों को काला टीका लगाते हैं।
Credit: Social-Media
विज्ञान और डॉक्टरों की भी काले टीके के प्रति एक अलग राय है।
Credit: Social-Media
विशेषज्ञों का कहना है कि, मानव शरीर में विद्युत चुंबकीय विकिरण होती है। बच्चों में इसकी मात्रा कम होती है। इसके कारण निगेटिव ऊर्जा का प्रभाव उन पर जल्द पड़ता है।
Credit: Social-Media
काले टीके और धागे से विद्युत चुंबकीय विकिरण प्रभावित नहीं होता है। इसलिए उन्हें काला टीका लगाते हैं।
Credit: Social-Media
अब अगर कोई आपसे इस बारे में पूछे तो उसे जवाब अवश्य दीजिएगा। (उपरोक्त जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। टाइम्स नाऊ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है। जानकारी को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)
Credit: Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स