Jul 3, 2023

खतरा नहीं, फिर भी प्लेन में फोन ऑफ या फ्लाइट मोड पर क्यों करवाया जाता

Kaushlendra Pathak

प्लेन के अंदर फोन ऑफ क्यों करवाया जाता है?

हवाई जहाज से यात्रा के दौरान आपने फ्लाइट अटेंड को ये कहते सुना होगा कि अपनी सीट बेल्ट जरूर बांध ले और फोन को ऑफ या फिर प्लाइट मोड पर कर दें। लेकिन, कभी सोचा है कि ऐसा करने के लिए क्यों कहा जाता है?

Credit: Social-media

क्या है इसके पीछे का कारण?

ये हम सब जानते हैं कि प्लेन में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से कोई खतरा नहीं है। इसके बावजूद ऐसा क्यों करवाया जाता है?

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कई लोग इसके बारे में जानते होंगे

हो सकता है आप में से कुछ लोग इसके बारे में जानते होंगे, जबकि कइयों ने इस पर ध्यान भी नहीं दिया होगा।

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ये होती है दिक्कत

दरअसल, अगर आप फोन को फ्लाइट मोड पर नहीं डालते हैं तो उड़ान के समय यह फ्लाइट के नेविगेशन सिस्टम में बाधा डाल सकता है।

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फ्लाइट उड़ाने में समस्या

नेविगेशन सिस्टम में बाधा पड़ने से फ्लाइट उड़ाने में समस्या हो सकती है।

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कम्युनिकेशन सिस्टम को भी भ्रमित कर सकता है।

इसके अलावा फोन का सिग्नल विमान के कम्युनिकेशन सिस्टम को भ्रमित कर सकता है।

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पायलट को कम्युनिकेट करने में दिक्कत होती है।

जिसके कारण पायलट को कम्युनिकेट करने में दिक्कत होती है।

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कंट्रोल रूम से संपर्क करने में भी होती है दिक्कत

इतना ही नहीं कंट्रोल रूम से भी संपर्क करने में दिक्कत होती है, जिसके कारण फ्लाइट रास्त भी भटक सकती है।

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ये सब हैं कारण

इन्हीं कारणों से प्लेन के अंदर फोन को फ्लाइट मोड या फिर ऑफ करवाया जाता है।

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