​हलवा का राजा कहलाती है भारत की ये जगह, नहीं जानते हैं तो जान लें​

Shaswat Gupta

May 24, 2024

​मिठाई की परंपरा​

भारत में कई परंपराओं में से एक मीठा खाने और खिलाने की परंपरा भी है।

Credit: Social-Media

​मिठाई का क्रेज​

मिठाई का क्रेज हर आयुवर्ग के लोगों में है। भारत के कई घरों में मीठा खाए बिना खाना अधूरा समझा जाता है।

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​हलवे के टाइप​

भारत में गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा, बादाम का हलवा, सूजी का हलवा, लौकी का हलवा, शकरकंद का हलवा आदि मिलते हैं।

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​सबसे बेस्‍ट हलवा​

भारत में ही एक ऐसी जगह है जहां आपको दुनिया का सबसे स्‍वादिष्‍ट हलवा मिलेगा। यहां चार घंटे ही हलवा बिकता था, लेकिन अब यहां घंटों तक लाइन लगती है।

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​हलवे का राजा​

दरअसल तमिलनाडु के तिरूनेलवेली शहर को हलवे का राजा कहा जाता है। यहां आपको सबसे स्‍वादिष्‍ट इरुट्टूकढ़ाई हलवा खाने को मिलेगा।

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​दुकान का इतिहास​

'इरुट्टूकढ़ाई हलवा' नामक दुकान की स्‍थापना एक शताब्दी पहले राजस्थान के एक परिवार ने की थी।

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​रेसिपी का नाम​

कम रोशनी के कारण वत दुकान का नाम पड़ा। स्‍थापना के बाद यहां मोमबत्ती की रोशनी में काम होता था इसलिए इसे इरुट्टू नाम दिया गया। तमिल में इरुट्टू का अर्थ है 'अंधेरी दुकान'।

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​रेसिपी​

इस हलवे को गेहूं के दूध, मेवे और शुद्ध घी से बनाते हैं। थमिराबरानी नदी के पानी में गेहूं को अच्‍छे से धोते हैं। बाद में 7 से 9 घंटे तक पानी भिगोकर इसे रखते हैं। उसके बाद बाद गेहूं को इतना पीसा जाता है ताकि उसमें दूध अच्‍छे से मिले। गेहूं के दूध को पकाने से पहले आधे घंटे के लिए फ्रिज में रखा जाता है ताकि दूध और पानी अलग हो जाए।

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​खासियत जानें​

इरुट्टूकढ़ाई हलवा की खास बात ये है कि इस हलवे में किसी का प्रकार का तेल, प्रिज़र्वेटिव, रंग, आर्टिफिशियल एसेंस या ग्लूटेन का इस्‍तेमाल नहीं होता।

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