Jun 22, 2023

दुनिया का एकमात्र ऐसा देश, जिसे अपनी मर्जी के बिना मिली थी आजादी

Kaushlendra Pathak

मर्जी के बिना मिली थी आजादी

दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जो सैकड़ों-हजारों साल तक दूसरे देश के गुलाम रहे। उनसे आजादी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। भारत भी काफी सालों तक गुलाम रहा था और आजादी के लिए यहां के लोगों ने कई तरह की कुर्बानियां दी। लेकिन, इस दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जिसे अपनी मर्जी के बिना ही आजादी मिल गई।

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कौस सा देश है?

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन सा देश है, जिसे अपनी मर्जी के बिना आजादी कैसे मिल गई?

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सिंगापुर को बिना मर्जी की मिली थी आजादी

यह देश कोई और नहीं बल्कि सिंगापुर है, जिसे अपनी मर्जी के बिना आजादी मिली थी।

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1819 से सिंगापुर के इतिहास की शुरुआत हुई

दरअसल, आधुनिक सिंगापुर के इतिहास की शुरुआत साल 1819 में हुई थी।

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अंग्रेज ने बंदरगाह की स्थापना की

एक अंग्रेज सर थॉमस स्टैमफोर्ड रैफल्स ने इस द्वीप पर एक ब्रिटिश बंदरगाह की स्थापना की थी।

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जापानी साम्राज्य ने अपने अधीन कर लिया

द्वितीय विश्व युद्ध के समय जापानी साम्राज्य ने सिंगापुर को अपने अधीन कर लिया और 1942 से 1945 तक इसे अपने अधीन रखा।

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वापस अंग्रेजों के नियमंत्रण में चला गया

युद्ध समाप्त होने के बाद सिंगापुर वापस अंग्रेजों के नियंत्रण में चला गया।

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मलाया के साथ सिंगापुर का विलय कर दिया गया

1963 में फेडरेशन ऑफ मलाया के साथ सिंगापुर का विलय कर मलेशिया का निर्माण किया गया।

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1965 में सिंगापुर को आजाद कर दिया गया

सामाजिक अशांति और सिंगापुर की सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी और मलेशिया की एलायंस पार्टी के बीच विवादों के परिणाम स्वरूप सिंगापुर को 9 अगस्त 1965 को मलेशिया से अलग कर दिया गया। इस तरह सिंगापुर को अपनी मर्जी के बिना आजादी मिल गई।

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