Aug 28, 2023
भारतीय ट्रेन में हर दिन लाखों लोग यात्रा करते हैं और अपने सफर तक पहुंचते हैं।
Credit: twitter
भारत में साल 1853 में पहली ट्रेन चली थी।
Credit: twitter
तब ट्रेन में टॉयलेट की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।
Credit: twitter
भारतीय ट्रेन शुरू होने के 55 साल बाद तक यात्रियों को बिना टॉयलेट सफर करना पड़ा था।
Credit: twitter
इस दौरान जब किसी यात्री को टॉयलेट लगती थी तो उसे पेट दबाकर बैठे रहना पड़ता था।
Credit: twitter
जब कोई स्टेशन आता था और ट्रेन रुकती थी। इसके बाद ही यात्री टॉयलेट जा पाते थे।
Credit: twitter
ओखिल चंद्र सेन वह शख्स से जिनकी वजह से पूरी कहानी बदल गई।
Credit: twitter
दरअसल, ओखिल चंद्र नाम के यात्री की ट्रेन इसलिए छूट गई थी, क्योंकि वह स्टेशन पर उतरकर टॉयलेट करने चले गए थे।
Credit: twitter
इसके बाद उन्होंने रेलवे को एक शिकायती पत्र लिखा। उनके पत्र के बाद ही ट्रेनों में शौचालय बनाने की कवायद शुरू हुई।
Credit: twitter
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स