Dec 30, 2022
नया साल वही दिन होता है जब दुनियाभर में नई उमंग, नया उत्साह देखने को मिलता है। भारत समेत विश्वभर में 1 जनवरी से नए साल की शुरुआत होती है।
Credit: Social-Media
आपको बता दें कि भारत में नववर्ष न सिर्फ 1 जनवरी बल्कि कई बार मनाया जाता है। देश के अलग अलग राज्यों में अलग-अलग महीनों में पंचांग और कैलेंडर के अनुसार नया साल मनाया जाता है।
Credit: Social-Media
दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी ईसाई नववर्ष की शुरुआत जनवरी माह की पहली तारीख से होती है।
Credit: Social-Media
हिन्दुओं का नया साल चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से शुरू होता है। बता दें कि 'विक्रम संव'त भारतीय पंचांग है। इसकी शुरुआत 57 ईसा पूर्व हुई थी।
Credit: Social-Media
भारत में पंजाबी समुदाय अप्रैल महीने में अपना नववर्ष मनाता है। इसे वैशाखी के नाम से जाना जाता है। सिख नानकशाही कैलेंडर के अनुसार, वैशाखी हर साल अप्रैल महीने की 13-14 तारीख को पड़ती है।
Credit: Social-Media
पारसी समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले नववर्ष को 'नवरोज' कहा जाता है। पारसी नववर्ष हर साल 19 अगस्त को मनाया जाता है। नवरोज की शुरुआत 3000 वर्ष पूर्व मानी गई है।
Credit: Social-Media
दिवाली के दूसरे दिन से जैन नववर्ष शुरू होता है। इसे 'वीर निर्वाण संवत' कहा जाता है। इसी दिन महावीर स्वामी जी को निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त हुआ था।
Credit: Social-Media
कश्मीरियों द्वारा 'नवरेह' को नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। नवरेह को चैत्र नवरात्र के पहले दिन मनाया जाता है।
Credit: Social-Media
मुस्लिम लोगों का नया साल मोहर्रम की पहली तारीख को मनाया जाता है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, इनका नया साल 'हिजरी' इसी दिन शुरू होता है।
Credit: Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स