May 6, 2024
देश में करोड़ों लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं और संख्या लगातार बढ़ रही है।
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मोबाइल फोन के जरिए कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए नंबर की जरूरत होती है, जो 10 अंकों का होता है।
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भारत में किसी भी मोबाइल फोन का नंबर 10 अंकों का ही क्यों होता है। इसके पीछे क्या वजह है।
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साल 2003 तक भारत में मोबाइल नंबर 9 अंकों के हुआ करते थे। उसके बाद भारत में एक योजना लाई गई।
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इस योजना का नाम नेशनल नंबरिंग प्लान है। इसके बाद ही मोबाइल फोन के नंबरों को 10 अंक का कर दिया गया।
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क्योंकि मोबाइल नंबर रोजाना बहुत से लोग खरीदते हैं ऐसे में बहुत से नंबरों की जरूरत पड़ती है।
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अगर 2 डिजिट के ही मोबाइल नंबर होते तो फिर जीरो से 99 तक सिर्फ 100 नंबर ही बन पाते।
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अगर मोबाइल नंबर 9 अंकों के होते तो इसे सिर्फ 100 करोड़ नंबर ही बन पाते।
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इसलिए प्लान के तहत मोबाइल नंबरों को 10 अंकों का किया गया। इससे 1000 करोड़ तक मोबाइल नंबर बन सकते हैं।
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