Jun 7, 2024
गर्मी में बिजली का लोड बढ़ने से पावर कट की समस्या से जूझना पड़ता है।
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इससे निजात पाने के लिए लोग इन्वर्टर का इस्तेमाल करते हैं। इसमें दो पार्ट्स होते हैं।
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इन्वर्टर से कई घंटे तक कम वॉट के इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंसेज का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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लेकिन इन्वर्टर कई बार खतरनाक भी साबित हो सकता है। इन्वर्टर बैटरी को अच्छे रख-रखाव की जरूरत होती है।
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बैटरी की क्षमता एम्पीयर आवर्स (Ah) में मापी जाती है। हर बैटरी पर होता है कि उसे कितना चार्ज कर सकते हैं।
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अगर 150 एम्पीयर की कोई बैटरी है और उस पर C20 लिखा है, तो उसे 10 एम्पीयर से ही चार्ज कर सकते हैं।
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12 या 15 एम्पीयर से चार्ज करने पर बैटरी गर्म हो जाएगी। इससे ज्यादा एम्पीयर से चार्ज करने पर बैटरी फट भी सकती है।
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हर बैटरी में इंडिकेटर होता है। इंडिकेटर के लेवल से नीचे डिस्टिल्ड वाटर जाने पर बैटरी गर्म हो सकती है।
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डिस्टिल्ड वाटर के कम होने से बैटरी की प्लेट्स पर लोड बढ़ जाता है। इससे बैटरी गर्म होने लगती है।
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