​टेकऑफ और लैंडिंग पर फ्लाइट में क्यों हो जाता है अंधेरा, हादसे से सीधा है कनेक्शन

Rohit Ojha

Feb 8, 2024

प्लेन में सफर

आप में से कई लोगों ने कभी ना कभी प्लेन में सफर तो किया ही होगा।

Credit: iStock

लाइट्स क्यों हो जाती हैं बंद

आप जानते हैं कि फ्लाइट के टेक ऑफ या लैंडिंग के समय उसकी लाइट्स क्यों बंद कर दी जाती है।

Credit: iStock

ये है कारण

दरअसल, हमारी आंखों को अंधेरे में एडजस्ट होने में करीब 10 से 30 मिनट का समय लगता है।

Credit: iStock

इस बात का रखा जाता है ध्यान

ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि टेक ऑफ या लैंडिंग के समय यात्री प्लेन में घबराए नहीं।

Credit: iStock

अफरा-तफरी न मचे

अगर अचानक कोई हादसा हो जाए और प्लेन की लाइट्स तुरंत बंद हो जाए, तो अफरा-तफरी न मचे।

Credit: iStock

लाइट्स डिम

इसलिए टेक ऑफ या लैंडिंग से काफी देर पहले ही प्लेन की लाइट्स डिम कर दी जाती है।

Credit: iStock

हादसे की आशंका

बोइंग एयरलाइन के मुताबिक, 2006 से 2017 के बीच टेकऑफ के शुरूआती 3 मिनट के अंदर 13 फीसदी हादसे हुए हैं।

Credit: iStock

लैंडिंग से पहले हादसे

वहीं, लैंडिंग के आठ मिनट पहले तक 48 प्रतिशत हादसे होते हैं। इसलिए लाइट को बंद कर दिया जाता है।

Credit: iStock

​इमरजेंसी लाइट्स

इसके अलावा लैंडिंग और टेकऑफ के समय लाइट्स इसलिए भी बंद कर दी जाती हैं, ताकि यात्री इमरजेंसी लाइट्स साफ देख सकें।

Credit: iStock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: स्मार्टफोन से कितना हो रहा है रेडिएशन, ऐसे करें फटाफट चेक

ऐसी और स्टोरीज देखें