Feb 8, 2024
आप में से कई लोगों ने कभी ना कभी प्लेन में सफर तो किया ही होगा।
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आप जानते हैं कि फ्लाइट के टेक ऑफ या लैंडिंग के समय उसकी लाइट्स क्यों बंद कर दी जाती है।
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दरअसल, हमारी आंखों को अंधेरे में एडजस्ट होने में करीब 10 से 30 मिनट का समय लगता है।
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ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि टेक ऑफ या लैंडिंग के समय यात्री प्लेन में घबराए नहीं।
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अगर अचानक कोई हादसा हो जाए और प्लेन की लाइट्स तुरंत बंद हो जाए, तो अफरा-तफरी न मचे।
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इसलिए टेक ऑफ या लैंडिंग से काफी देर पहले ही प्लेन की लाइट्स डिम कर दी जाती है।
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बोइंग एयरलाइन के मुताबिक, 2006 से 2017 के बीच टेकऑफ के शुरूआती 3 मिनट के अंदर 13 फीसदी हादसे हुए हैं।
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वहीं, लैंडिंग के आठ मिनट पहले तक 48 प्रतिशत हादसे होते हैं। इसलिए लाइट को बंद कर दिया जाता है।
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इसके अलावा लैंडिंग और टेकऑफ के समय लाइट्स इसलिए भी बंद कर दी जाती हैं, ताकि यात्री इमरजेंसी लाइट्स साफ देख सकें।
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