Jun 18, 2024
बीते दिन अगरतला से सियालदह आ रही कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हो गई।
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जिस ट्रैक पर कंचनजंगा एक्सप्रेस खड़ी थी, उसी ट्रैक पर पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मार दी।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसा ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम के खराब होने की वजह से हुआ।
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लेकिन जब सिग्नल खराब हो जाता है, तब लोको पायलट कैसे ट्रेन को आगे बढ़ा देता है।
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नियम के अनुसार, जब सिग्नल खराब होता है तो स्टेशन मास्टर टीए-912 नामक अथॉरिटी जारी करता है।
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इसके बाद लोको पायलट सभी रेड सिग्नल पार कर सकता है, ट्रेन की स्पीड 10KM प्रति घंटा रखनी होती है।
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खराब सिग्नल के पहले एक मिनट गाड़ी रोकनी पड़ती फिर आगे बढ़ना होता है।
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अगर सिग्नल खराब है और स्टेशन मास्टर टीए-912 अथॉरिटी जारी नहीं करता है, तो ट्रेन आगे नहीं बढ़ सकती है।
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