Jul 24, 2023
हाल ही में वंदे भारत ट्रेन में एक यात्री को हलाल सर्टिफाइड चाय दी गई। जिसके बाद से यात्री और ट्रेन के कर्चमारी में बहस हो गई।
Credit: Twitter
भारत में फिलहाल हलाल सर्टिफिकेशन प्राइवेट कंपनी हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और जमाएत-उलेमा-ए-हिंद द्वारा दिया जाता है।
Credit: twitter
असल में इस्लामिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए जो प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं, उन्हें हलाल सर्टिफिकेशन मिलता है। आम तौर पर मुस्लिम देशों में कंपनियों द्वारा सर्टिफाइड फूड पर खास तौर से जोर दिया जाता है।
Credit: iStock
मटन से लेकर दूसरे खाने के प्रोडक्ट पर हलाल सर्टिफिकेशन होता है। और सर्टिफिकेट देते समय मान्यताओं का ध्यान रखा जाता है।
Credit: iStock
हलाल सर्टिफिकेशन दवाओं पर भी दिया जाता है। जिसमें इस बात का भरोसा दिलाया जाता है कि दवाओं के निर्माण में सभी परंपराओं का ध्यान रखा गया है।
Credit: iStock
इसी तरह लिपिस्टक, मेक अप किट सहित दूसरे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के निर्माण पर भी हलाल सर्टिफिकेट दिया जाता है।
Credit: iStock
हलाल सर्टिफिकेट के कई लोगो डिजाइन किए गए हैं। जिन्हें दुनिया भर के देशों में इस्तेमाल किया जाता है।
Credit: iStock
अलग-अलग देशों की एजेंसियों के अनुसार एक तय समय पर सर्टिफिकेट रिन्यूअल किया जाता है। 2021 तक दुनिया में हलाल फूड प्रोडक्ट का कारोबार 1978 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स