Apr 3, 2024
टीवी, AC, फ्रिज, कूलर या किसी भी इलेक्ट्रिकल अप्लायंस को खरीदने पर लोग उसपर बने स्टार्स पर भी ध्यान देते हैं।
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ज्यादातर लोगों को लगता है कि इन स्टार्स का संबंध किसी प्रोडक्ट की क्वालिटी से है, लेकिन ऐसा नहीं होता है।
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इलेक्ट्रिक अप्लायंस पर बने इन स्टार्स को ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) स्टार रेटिंग सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है।
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किसी इलेक्ट्रिक अप्लायंस पर मौजूद स्टार्स का संबंध बिजली की खपत से होता है। जितने कम स्टार्स उतनी ज्यादा बिजली की खपत।
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किसी इलेक्ट्रिक अप्लायंस के एनर्जी एफिशिएंसी रेशो (EER) के आधार पर उसे स्टार रेटिंग दी जाती है।
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अलग-अलग जगहों पर तापमान और अन्य कारणों की वजह से बिजली की खपत अलग होती है। इसीलिए BEE ने ISEER रेटिंग शुरुआत की थी।
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किसी इलेक्ट्रिक अप्लायंस के सीजनल लोड को उसकी बिजली की खपत से डिवाइड करने पर आपको ISEER रेटिंग मिलती है।
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हर इलेक्ट्रिक अप्लायंस की बिजली की खपत भी अलग होती है। इसलिए दो अलग इलेक्ट्रिक अप्लायंस की रेटिंग की तुलना न करें।
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