Nov 5, 2023
दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में गोल्ड को धन जमा करने का एक प्रमुख साधन है।
Credit: iStock
दुनिया में सबसे अधिक सोने की खपत चीन में होती है, जो प्रतिवर्ष 984 मीट्रिक टन है।
Credit: iStock
भारत में प्रति वर्ष लगभग 849 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है और इस मामले में यह दूसरे नंबर पर है।
Credit: iStock
अमेरिका में प्रति वर्ष लगभग 193 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है।
Credit: iStock
जर्मनी में प्रति वर्ष लगभग 124 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है। यहां गोल्ड की बड़ी खपत औद्योगिक उपयोग के लिए होती है।
Credit: iStock
थाईलैंड में प्रति वर्ष लगभग 90 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है। यहां गोल्ड की खपत आभूषण बनाने में होती है।
Credit: iStock
सऊदी अरब में प्रति वर्ष अनुमानित 85 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है। यहां का गोल्ड अपनी बेस्ट क्वालिटी के लिए फेमस है।
Credit: iStock
तुर्की प्रति वर्ष लगभग 72 मीट्रिक टन सोने की खपत करता है। तुर्की में ज्वैलरी में लिए गोल्ड का इस्तेमाल होता है।
Credit: iStock
ईरान में प्रति वर्ष लगभग 71 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है। सोने का उपयोग आभूषण के साथ-साथ निवेश उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है।
Credit: iStock
वियतनाम प्रति वर्ष लगभग 63 मीट्रिक टन सोना आयात करता है। यहां भी आभूषणों के साथ-साथ वैल्यू स्टोरेज के लिए गोल्ड का इस्तेमाल होता है।
Credit: iStock
इंडोनेशिया में प्रति वर्ष लगभग 59 मीट्रिक टन सोने की खपत होती है। यहां गोल्ड का इस्तेमाल ज्यादातर सजावटी और आभूषणों के लिए किया जाता है।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स