Aug 16, 2024

​कैसे बनता है ट्रेन टिकट का PNR नंबर, इसमें हर अंक का ये होता है मतलब

Pawan Mishra

​PNR नंबर

PNR का अर्थ पैसेंजर नेम रिकॉर्ड होता है और यह एक अंकों वाला नंबर होता है जो ट्रेन या फ्लाइट की टिकट पर होता है।

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पहले तीन​

10 अंकों वाले PNR नंबर में से पहले 3 नंबर रेलवे जोन और पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम से जुड़े होते हैं।

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​नंबर और जोन

1 दक्षिण केंद्र रेलवे (सिकंदराबाद PRS), 2/3 उत्तरी, उत्तर केंद्रीय, उत्तर पश्चिम, और उत्तर पूर्व रेलवे (नई दिल्ली PRS) के बारे में बताते हैं।

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बाकी के नंबर​

4/5 दक्षिण, दक्षिण केंद्रीय, दक्षिण पश्चिमी रेलवे (चेन्नई PRS), 6/7 नॉर्थईस्ट फ्रंटियर, ईस्ट सेन्ट्रल, ईस्टर्न, ईस्ट कोस्ट, साउथ ईस्ट, साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे (कोलकाता PRS) के कोड हैं।

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अन्य नंबरों का क्या

8 और 9 सेंट्रल रेलवे, वेस्ट सेंट्रल रेलवे, वेस्टर्न रेलवे (मुंबई PRS) के कोड हैं।

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बाकी के 7 नंबर​

इसके बाद बाकी के 7 नंबर PNR को यूनिक बनाने के लिए जनरेट किए जाते हैं और इन्हें अनियमित तौर पर चुना जाता है।

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​यात्रा के बाद

यात्रा के बाद कोई भी PNR नंबर इनवैलिड हो जाता है और कुछ समय के बाद यह रेलवे के सिस्टम से भी बाहर हो जाता है।

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स्टेटस चेक​

आप रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या किसी टिकट बुकिंग ऐप से भी PNR नंबर दर्ज करके टिकट का स्टेटस चेक कर सकते हैं।

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