Oct 01, 2023
By: Deepak Pokharia
साबरमती नदी के तट पर स्थित साबरमती आश्रम 1917 से 1930 तक महात्मा गांधीजी का घर था।
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1917 में चंपारण की अपनी यात्रा पर महात्मा गांधीजी को एहसास हुआ कि किसानों के बीच अज्ञानता और अशिक्षा ने अंग्रेजों के लिए उनका शोषण करना आसान बना दिया है।
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महात्मा गांधीजी का स्मृति मंदिर, कीर्ति मंदिर पोरबंदर में है। यहीं उनका जन्म हुआ था। ये मंदिर उनके पुश्तैनी घर के ठीक बगल में बना है। मंदिर की इमारत में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें गांधीवाद पर किताबें हैं।
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राजघाट दिल्ली में महात्मा गांधी का स्मारक है। यहीं पर गांधीजी का अंतिम संस्कार किया गया था। यहीं पर काले संगमरमर पर उनके अंतिम शब्द 'हे राम' अंकित हैं।
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गांधी स्मृति को पहले बिड़ला हाउस या बिड़ला भवन के रूप में जाना जाता था। गांधी स्मृति वह जगह है, जहां महात्मा गांधी ने अपनी हत्या से पहले अपने जीवन के अंतिम 144 दिन बिताए थे
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दिल्ली के राजघाट क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों को समर्पित सबसे प्रतिष्ठित संग्रहालयों में से एक है।
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पुणे में आगा खान महल को इतिहास की किताबों में तब जगह मिली जब महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी और गांधी के सचिव महादेव देसाई को 1942 के भारत छोड़ो अभियान के बाद जेल में डाल दिया गया था।
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