Feb 13, 2025
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मयंक यादव किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आईपीएल में लखनऊ के लिए खेलते हुए 22 साल के मंयक ने ध्यान खींचा था।
Credit: Istock
मयंक यादव का नाता रतहो गांव से है। ये गांव बिहार के सुपौल जिले के अंतर्गत आता है जो उनका पैतृक गांव है।
Credit: Istock
मयंक यादव के गांव कि गिनती सुदूर देहाती इलाके से होती है। इसका मतलब अभी भी यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी है।
Credit: Istock
कोसी नदी के तट पर स्थित रतहो गांव को हर साल कोसी की विभिषिका झेलनी पड़ती है।
Credit: Istock
प्राकृतिक आपदा के संदर्भ में कोसी त्रासदी एक बड़ी घटना है। इसका असर मंयक के गांव पर पड़ता है।
Credit: Istock
रतहो गांव में आज भी लाइट और पीने का साफ पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी है।
Credit: Istock
क्रिकेट के प्रति बढ़ती रूची के कारण मंयक को अपना गांव छोड़ना पड़ा था। मयंक आखिरी बार अपने दादा के श्राद्ध में गांव गए थे।
Credit: Istock
रतहो गांव से नाता रखने वाले मयंक का जन्म दिल्ली के मोतीनगर इलाके में हुआ था।
Credit: Istock
अगर आप मयंक यादव के पैतृक गांव घूमना जाना चाहते हैं तो बता दें कि सड़क मार्ग से यात्रा करना आपके लिए बेस्ट होगा।
Credit: Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स