Dec 7, 2023
पाकिस्तानी आतंकवादी जम्मू-कश्मीर या देश के अन्य क्षेत्रों में कम्युनिकेशन के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करते हैं।
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पाकिस्तान से आने वाली कॉल को आसानी से ट्रेस किया जा सकता है, लेकिन मोबाइल ऐप पर सरकार का उतना कंट्रोल नहीं होता है।
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दरअसल, मोबाइल ऐप का डाटा इंक्रिप्ट होता है और सरकार की नजर से दूर रहता है। यही वजह है कि आतंकवादी संगठन भारत में संपर्क के लिए मोबाइल ऐप की मदद लेते हैं।
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हाल ही में भारत सरकार ने 14 मैसेंजर मोबाइल ऐप को बैन किया है, जिसका इस्तेमाल आतंकवादी कर रहे थे।
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इन ऐप का इस्तेमाल पाकिस्तान में आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में जानकारी भेजने के लिए कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म के रूप में किया जाता था।
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सरकार द्वारा ब्लॉक किए गए ऐप्स में क्रिपवाइजर, एनिग्मा, सेफस्विस, विक्रम, मीडियाफायर, ब्रियार, बीचैट, नंदबॉक्स, कॉनियन, आईएमओ, एलिमेंट, सेकंड लाइन, जंगी, थ्रीमा मोबाइल ऐप शामिल है।
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न्यूज18 के अनुसार, यह पाया गया कि इन ऐप्स का इस्तेमाल कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अपने समर्थकों और जमीनी कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू) के साथ संवाद करने के लिए किया जा रहा था।
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