May 28, 2024
Credit: Canva
एलसीडी (Liquid Crystal Display) और एमोलेड (Active Matrix Organic Light Emitting Diode) है।
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एलसीडी और एमोलेड, दोनों डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं।
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एलसीडी स्क्रीन में बैकलाइट का उपयोग किया जाता है, जिससे पूरे स्क्रीन पर एक समान रोशनी होती है। एमोलेड डिस्प्ले में प्रत्येक पिक्सल खुद ही लाइट इमिट करता है, जिससे गहरा ब्लैक कलर और हाई कंट्रास्ट प्राप्त होता है।
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एलसीडी डिस्प्ले की ब्राइटनेस एमोलेड से ज्यादा होती है, जो धूप में फोन देखने के लिए अच्छा होता है। हालांकि, एमोलेड डिस्प्ले ब्राइटनेस को अच्छे से एडजस्ट करती है।
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रात में एमोलेड डिस्प्ले का उपयोग अधिक आरामदायक हो सकता है क्योंकि यह गहरे काले रंग प्रदान करता है, जिससे आंखों पर कम तनाव होता है। वहीं एलसीडी डिस्प्ले रात को काफी ब्राइट होती है, जो आंखों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।
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सीधे तौर पर देखा जाए एमोलेड डिस्प्ले ज्यादा एडवांस है और इसमें ब्लू लाइट को भी मैनेज किया जा सकता है। यदि स्क्रीन ब्राइटनेस और ब्लू लाइट फिल्टर का सही इस्तेमाल किया जाता है तो एमोलेड आंखों के लिए बेहतर है।
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वहीं अगर आपकी आंखें फ्लिकरिंग के प्रति संवेदनशील हैं, तो एलसीडी डिस्प्ले बेहतर हो सकता है। हालांकि, रात में आपको यह परेशान कर सकता है।
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