Aug 8, 2023
क्रिकेट में वैसे तो गेंदबाजों का असल हथियार उनके हाथ में मौजूद गेंद होती है, लेकिन गेंद फेंकने के बाद एक हथियार और होता है, और वो है 'अपील'।
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गेंदबाज को जब लगता है कि कोई बल्लेबाज आउट है तो वो अंपायर की तरफ घूमकर अपनी करता है। आमतौर पर Hows That या Howzat बोला जाता है। अब ये अंपायर पर निर्भर करता है कि बल्लेबाज आउट है या नहीं।
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क्रिकेट के नियम Law 31 के मुताबिक अगर फील्डिंग टीम ने आउट के लिए अपील नहीं किया तो अंपायर भी चुप्पी साध सकता है। आमतौर पर बोल्ड या साफ कैच होने की स्थिति में ऐसा नहीं होता, ये सिर्फ कुछ मामलों में हो सकता है।
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अगर गेंदबाज को अपील करनी है तो उसके पास जो समयसीमा होती है, वो तब तक की होती है जब तक वो दूसरी गेंद फेंकने के लिए अपने रन-अप तक नहीं जाता। उससे पहले वो अपील कर सकता है।
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अगर क्रिकेटर अंपायर के किसी फैसले से खुश नहीं है तो कई बार वो उससे बहस भी कर जाता है या फिर फिर उसके फैसले पर सवाल भी उठा देता है। ऐसे में क्रिकेट के तीन नियम निर्धारित हैं जो आपको कड़ी सजा दिला सकते हैं।
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अगर अंपायर किसी बल्लेबाज को आउट नहीं मानता है और उस बीच गेंदबाज जरूरत से ज्यादा अपील करता है तो वो पहले नियम के उल्लंघन का दोषी होता है।
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अगर गेंदबाज अंपायर की ओर देखकर लगातार अपील करते हुए दबाव बनाने का प्रयास करता है तो ये भी नियम का उल्लंघन माना जाता है।
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अगर गेंदबाज सहित सभी को पता है कि बल्लेबाज आउट नहीं है और उसके बावजूद गेंदबाज बार-बार विकेट के लिए अपील करता है तो अंपायर इसको भी नियमों का उल्लंघन मानता है।
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इन नियमों का उल्लंघन करने पर आमतौर पर पेनल्टी रन के रूप में सजा थमा दी जाती है। इसका फैसला अंपायर ले लेते हैं। वहीं कई मौकों पर जुर्माना या बैन भी लगा दिया जाता है जिसका फैसला मैच रेफरी लेता है।
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अपील कैसी है इस पर अंपायर अपना मन खुद बनाता है और बाद में फैसला लिया जाता है। इसके अलावा अंपायर स्लेजिंग पर भी नजर रखता है कि कोई खिलाड़ी किसी अन्य के लिए गलत भाषा का प्रयोग या कुछ उकसाने वाले शब्द तो नहीं कह रहा।
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