जानें क्या होता है 'चंद्रग्रहण' और कैसे होती है ये खगोलीय घटना

कुलदीप राघव

Nov 8, 2022

आज है चंद्रग्रहण

साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 8 नवंबर, 2022 को लग रहा है। शाम 5.32 मिनट से चंद्रग्रहण शुरू होगा।

Credit: Istock

कैसे होता है चंद्रग्रहण

वैसे तो चंद्रग्रहण खगोलीय घटना है मगर इसको ग्रहण काल और सूतक आदि को लेकर इसका धार्मिक महत्व भी है। ये सवाल आता है कि आखिर चंद्रग्रहण कैसे घटित होता है।

Credit: Istock

ऐसे होता है चंद्रग्रहण

चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है।

Credit: Istock

कब होता है ग्रहण

ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में अवस्थित हों। इस ज्यामितीय प्रतिबंध के कारण चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है।

Credit: Istock

ब्लड मून

चंद्रग्रहण का प्रकार एवं अवधि चंद्र आसंधियों के सापेक्ष चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं। चांद के इस रूप को 'ब्लड मून' भी कहा जाता है।

Credit: Istock

बदलता है रंग

चंद्र ग्रहण शुरू होने के बाद ये पहले काले और फिर धीरे-धीरे सुर्ख लाल रंग में तब्दील होता है।

Credit: Istock

किसी भी भाग से देखें

चंद्रग्रहण को पृथ्वी के रात्रि पक्ष के किसी भी भाग से देखा जा सकता है।

Credit: Istock

लंबा होता है चंद्रग्रहण

जहां चंद्रमा की छाया की लघुता के कारण सूर्यग्रहण किसी भी स्थान से केवल कुछ मिनटों तक ही दिखता है, वहीं चंद्रग्रहण की अवधि कुछ घंटों की होती है।

Credit: Istock

नंगी आंखों से देख सकते हैं

चंद्रग्रहण को आंखों के लिए बिना किसी विशेष सुरक्षा के देखा जा सकता है, क्योंकि चंद्रग्रहण की उज्ज्वलता पूर्ण चंद्र से भी कम होती है।

Credit: Istock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: वाराणसी 'देव दीपावली': अद्भुत नजारा, गंगा घाट पर जले 10 लाख 'दिए'

ऐसी और स्टोरीज देखें