May 16, 2023
'सुनहला' पुखराज का उपरत्न है। ये कुंडली में बृहस्पति ग्रह को मजबूत करता है।
Credit: iStock
दरअसल पुखराज रत्न काफी महंगा होता है जिस कारण इसे हर कोई धारण नहीं कर सकता। ऐसे में इसकी जगह सुनहला धारण करने की सलाह दी जाती है। ये पुखराज जितना ही प्रभावी होता है।
Credit: iStock
इस रत्न को धारण करने से मान-सम्मान बढ़ता है। धन संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
Credit: iStock
अगर कोई व्यक्ति प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है तो उसे पुखराज रत्न धारण करना चाहिए।
Credit: iStock
गुरु की राशि धनु और मीन वालों के लिए ये रत्न पहनना सबसे ज्यादा लाभकारी होता है। इसके अलावा मेष, कर्क, वृश्चिक और धनु जातक भी इसे धारण कर सकते हैं।
Credit: iStock
इस रत्न को गुरुवार के दिन धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
Credit: iStock
एक तांबे के पात्र में गाय का कच्चा दूध, गंगाजल, घी, शहद और तुलसी की कुछ पत्तियां डाल लें। इसके बाद इसमें रत्न डाल दें।
Credit: iStock
अब 'ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रूं गुरुवे नमः' मंत्र की एक माला जाप करें। फिर रत्न को जल से निकाल कर गंगाजल से धो लें और उसे साफ कपड़े से पोंछ लें। फिर इसे दाएं हाथ की तर्जनी उंगली में पहन लें।
Credit: iStock
इस बात का ध्यान रखें कि सुनहला रत्न को सोने या फिर अष्टधातु की अंगूठी में ही जड़वाएं।
Credit: iStock
Thanks For Reading!