Oct 16, 2022
शनि 17 जनवरी 2023 में अपनी स्वराशि कुंभ में प्रवेश करेंगे जहां ये 29 मार्च 2025 तक विराजमान रहेंगे।
17 जनवरी 2023 में शनि जैसे ही कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे वैसे ही धनु जातकों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी।
17 जनवरी 2023 में शनि के कुंभ राशि में आते ही मिथुन और तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।
शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही मीन वालों पर शनि साढ़े साती शुरू हो जाएगी।
मीन के अलावा कुंभ और मकर वालों पर भी शनि साढ़े साती रहेगी। मकर वालों पर इसका आखिरी चरण तो कुंभ वालों पर इसका दूसरा चरण रहेगा। वहीं मीन वालों पर इसके पहले चरण की शुरुआत होगी।
17 जनवरी 2023 में शनि के कुंभ में आते ही कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी। इन्हें इससे मुक्ति 29 मार्च 2025 में मिलेगी।
ये शनि की ऐसी महादशा है जो किसी भी व्यक्ति पर पूरे साढ़े सात साल तक रहती है। हर व्यक्ति को अपने जीवनकाल में इसका सामना करना ही पड़ता है।
इसका प्रभाव भी शनि साढ़े साती की तरह ही पड़ता है। बस अंतर इतना होता है कि इसकी अवधि ढाई साल की होती है।
हर शनिवार शनि चालीसा पढ़ें। भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करें। शनिवार के दिन जरूरतमंदों को दान करें।
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