Dec 16, 2022
By: लवीना शर्मासफला एकादशी 19 दिसंबर को है। इसी के साथ ये साल 2022 की आखिरी एकादशी भी होगी।
पद्मपुराण अनुसार विष्णु भगवान को सफला एकादशी के अनुष्ठान से बहुत जल्द प्रसन्न किया जा सकता है। इस दिन उपवास और रात्रि जागरण से राजसूय यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है।
सफला एकादशी तिथि की शुरुआत 19 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 32 मिनट से होगी और समाप्ति 20 दिसंबर को रात 2 बजकर 32 मिनट पर होगी।
सफला एकादशी व्रत खोलने का समय 20 दिसंबर को सुबह 08 बजकर 05 मिनट से सुबह 09 बजकर 13 मिनट तक है।
अगर आप मनचाही नौकरी पाना चाहते हैं तो सफला एकादशी के दिन दाएं हाथ में जल और पीले फूल लेकर भगवान विष्णु से प्रार्थना करें। फिर गाय के घी का दीपक जलाएं और नारायण कवच का पाठ करें। सफला एकादशी से शुरू करते हुए 11 दिन तक ये पाठ करने से नौकरी में सफलता मिलती है।
धन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए नियमित रूप से जल में लाल पुष्प डालकर सूर्य देव को अर्पित करें। साथ ही शाम के समय पूजा स्थान पर घी का दीपक जलाएं। ये उपाय आपको धन संबंधी दिक्कतों से निकलने में मदद करेगा।
संतान प्राप्ति की चाह है तो सफला एकादशी के दिन श्री हरि नारायण को चांदी के पात्र में पंचामृत अर्पित कीजिए। इसके बाद 108 बार 'ओम नमो नारायणाय' मंत्र का जाप करें। जाप खत्म करने के बाद पंचामृत को प्रसाद के तौर पर खुद भी ग्रहण करें।
अगर घर में कलह क्लेश काफी बढ़ गया है तो एकादशी के दिन कपूर का दान करें। ऐसा करने से आपके जीवन और घर से नकारात्मकता दूर होगी।
व्यापार में वृद्धि के लिए आप एकादशी के दिन अपनी यथाशक्ति के अनुसार जरूरतमंदों को चने और गुड़ का दान करें। ऐसा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी।
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