Dec 15, 2023

साईं बाबा के वो 11 अनमोल वचन, जिनमें छुपा है आपकी हर समस्या का समाधान

Srishti

पहला वचन

जो शिरडी में आएगा, आपदा दूर भगाएगा। इसका मतलब है कि शिरडी धाम आने से भक्त के कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

Credit: canva

दूसरा वचन

चढ़े समाधि की सीढ़ी पर, पैर तले दुख की पीढ़ी पर। अथार्त- शिरडी के साईं बाबा के धाम में इतनी शक्ति है कि यहां मंदिर सीढ़ी पर पैर रखते ही तमाम मुश्किलों का हल निकल जाता है।

Credit: canva

तीसरा वचन

त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौड़ा आऊंगा। साईं कहते हैं मुश्किल की घड़ी में वो शरीर से भले ही साथ न हो लेकिन भक्त की एक पुकार पर मैं दौड़कर चला आऊंगा।

Credit: canva

चौथा वचन

मन में रखना दृढ़ विश्वास, करे समाधि पूरी आस। साईं बाबा कहते हैं कि सच्चे मन से समाधि पर की गई हर प्रार्थन पूरी होगी। धैर्य और विश्वास रखना होगा।

Credit: canva

पांचवा वचन

मुझे सदा जीवित ही जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो। मतलब- साईं नाथ अजर-अमर हैं। भक्ति और प्रेम जो साईं का ध्यान करता है बाबा उसका साथ कभी नहीं छोड़ते।

Credit: canva

छठा वचन

मेरी शरण आ खाली जाए, हो तो कोई मुझे बताए। अथार्त- साईं हर भक्त की मुराद पूरी करते हैं, इनके दर से कभी कोई खाली नहीं जाता।

Credit: canva

सातवां वचन

जैसा भाव रहा जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मन का। साईं ने भक्तों से कहते है कि वो जिस रूप में, जिस भाव से उन्हें देखेंगे, वो वैसे ही उसकी कामना पूरी करेंगे।

Credit: canva

आठवां वचन

भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन ना मेरा झूठा होगा। जो इंसान पूरी तरह समर्पित होकर भक्ति करेगा उसका हर भार मेरे जिम्मे होगा। मैं उसकी हर समस्या का हल करूंगा।

Credit: canva

नौवां वचन

आ सहायता लो भरपूर, जो मांगा वो नहीं है दूर। साईं कहते हैं कि श्रद्धाभाव से जो सहायता मांगेगा उसकी मुराद जरूर पूरी होगी।

Credit: canva

दसवां वचन

मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया। अथार्त- जो भक्त अपने वचन, तन-मन से मेरी भक्ति करता है मैं उसका ऋणी रहता हूं। उसके जीवन की सारी जिम्मेदारी मेरी होती है।

Credit: canva

ग्यारहवां वचन

धन्य-धन्य वो भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य। साईं कहते हैं मेरे प्रति सच्ची श्रृद्धा रखने वाला हर भक्त धन्य है।

Credit: canva

Thanks For Reading!

Next: घर की सुख-समृद्धि बढ़ाने वाली तस्वीरें

Find out More