Sep 24, 2023
Credit: istock
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पौराणिक समय से ऐसा कहा जाता है कि शुद्ध और पावन हृदय से की गई भगवान की पूजा करता है । उसके सारे काम पूरे होते हैं।
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किसी भी देवी-देवता या भगवान का पूजन करने से पहले स्नान किया जाता है। स्नान के बाद शांत मन से भगवान के सामने आसन पर बैठा जाता है और उनका ध्यान किया जाता है।
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कभी भी पूजा करते वक्त अगरबत्ती का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हिंदू शास्त्रों में पूजा में बांस का इस्तेमाल वर्जित माना गया है।
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