Nov 17, 2022
By: कुलदीप राघवनारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। कोई भी शुभ कार्य हो वह बिना नारियल के पूरा नहीं होता।
एक नारियल के दो भाग करके दोनों भागों में चीनी भर लें और जमीन में गाड़ दें। इससे ग्रह दोष शांत होते हैं।
मनोकमना पूर्ति के लिए जटाओं वाले नारियल को सिंदूर और तिल के तेल से रंगकर 7 दिन तक ‘ॐ ईं ह्रीं कं ह्रीं ईं ॐ’ का उच्चारण करें। सातवें दिन इस नारियल को बहा दें।
नारियल और कपूर में थोड़ा सा शहद मिलाकर नियमित माथे पर तिलक लगाने से संबंध मधुर रहते हैं।
माता लक्ष्मी को उनका प्रिय फल नारियल चढ़ाकर उनकी कृपा पा सकते हैं। इससे तंगी दूर होगी।
नारियल को काले कपड़े में बांधकर घर के बाहर लटका दें। इससे नकारात्मक शक्तियां प्रभावी नहीं रहेंगी।
बृहस्पतिवार के दिन सवा मीटर पीले कपड़े में श्रीफल लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान भगवान विष्णु की मूर्ति पर चढ़ा दें। इससे बिजनेस में लाभ होगा।
सात शनिवार नदी में नारियल प्रवाहित करें और ॐ रामदूताय नम: मंत्र का जप करें। इससे शनिदोष दूर होता है।
मंगलवार या शनिवार के दिन एक पानी वाला नारियल लेकर उसे बीमार व्यक्ति के ऊपर से 21 बार वारकर देवस्थान में चढा दें।
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स