Dec 9, 2022
ज्योतिष शास्त्र अनुसार ये शनि देव की प्रिय राशि मानी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि इस राशि में उच्च के होते हैं। कहते हैं इस राशि वालों को शनि की दशा परेशान नहीं करती है।
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ये शनि देव की प्रिय राशि मानी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि देव इस राशि के स्वामी ग्रह हैं। इस राशि के लोगों पर शनि की विशेष कृपा सदैव बनी रहती है।
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शनि देव इस राशि के स्वामी ग्रह हैं इसलिए ये शनि की प्रिय राशि मानी जाती है। इस राशि के लोगों पर शनि की विशेष कृपा सदैव बनी रहती है।
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मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। 17 जनवरी 2023 में इन राशियों को इससे मुक्ति मिल जाएगी।
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धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। इनमें से धनु जातकों को 17 जनवरी 2023 में इससे मुक्ति मिल जाएगी।
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शनि 17 जनवरी 2023 में मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। जहां ये 29 मार्च 2025 तक विराजमान रहेंगे।
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शनि को प्रसन्न करने का ये सबसे आसान तरीका है। शनि चालीसा के निरंतर पाठ से शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता।
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शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए छाया दान का विशेष महत्व होता है। इसके लिए एक कटोरी में सरसों का तेल लें उसमें अपना चेहरा देखकर उस तेल को शनि दान लेने वाले को दान कर दें।
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शनि को मजबूत करने के लिए नीलम रत्न (Neelam Ratna) धारण करने की सलाह दी जाती है।
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