Dec 28, 2022
कुंदकेश्वर महादेव बिमारी और रोग मुक्ति के देवता माने जाते हैं। काल को भी हर लेने वाले हैं। मन अशांत हो तो भी कुंदकेश्वर महादेव का नाम स्मरण करते रहना चाहिए।
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बुदेलखंड के टीकमगढ़ में स्थापित है कुंडेश्वर महादेव का मंदिर। लोगों के बीच में ऐसा प्रचलित है कि कुंडेश्वर महादेव का शिवलिंग कई सैकड़ों साल पहले धरती से प्रकट हुआ था।
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शिवलिंग की सेवा करने वाले भक्त ऐसा बताता हैं कि यहां कुंडेश्वर महादेव का शिवलिंग हर साल चावल के आकार जितना बढ़ता है।
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कुंडेश्वर महादेव के दर्शन करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मन को शांति मिलती है। सावन के महीने में यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पधारते हैं।
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ऐसा कहा जाता है कि कुंदकेश्वर महादेव का स्मरण करने मात्र से ही व्यक्ति के सारे दुख दूर हो जाते हैं।
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अगर किसी व्यक्ति को दवा खाने का असर नहीं हो रहा है तो वो व्यक्ति दवा खाने से पहले एक बार कुंदकेश्वर महादेव का स्मरण करें और बाबा से कहे की हे बाबा! ये दवा मेरे शरीर को लगने लगे। इसके बाद दवा खाए। मान्यता है ऐसा करने से दवा अपना असर करना शुरू कर देता है।
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मान्यताओं अनुसार अगर कोई व्यक्ति किडनी, लीवर, कैंसर, त्वचा रोग या कोई अन्य बड़ी बीमारी से पीड़ित है अगर वो रोजाना शिवलिंग पर एक लोटा जल कुंदकेश्वर महादेव के नाम से समर्पित करे तो उसके शरीर के सब रोग समाप्त होने लगते हैं।
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