Medha Chawla
Dec 17, 2024
विक्रम संवत के हिंदू पंचांग एक अनुसार ही सनातन धर्म के सभी मांगलिक कार्य किये जाते हैं। पंचांग की तिथियों से ही शुभ मुहूर्त का पता चलता है।
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भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार खरमास की अवधि में सूर्य धनु और मीन राशि में गोचर करते हैं, जो कि तीस दिन का होता है। इस दौरान सूर्य की गति धीमी हो जाती है।
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इस साल ये तिथि 16 दिसंबर 2024, सोमवार को सुबह 7 बजकर 40 मिनट प्रारंभ हो 14 जनवरी 2025, मंगलवार को समाप्त होगी।
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भगवान सूर्य का तेज और बृहस्पति ग्रह की शुभता का प्रभाव कम होने की वजह से खरमास माह में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है।
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खरमास में दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि इस अवधि में दान करने से व्यक्ति को जीवन में अच्छे परिणाम मिलते हैं।
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शास्त्रों के अनुसार अनाज जैसे गेहूं और चावल का दीन-दुखियों में दान करने से जीवन में सुख और समृद्धि बढ़ती है।
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ऐसा माना जाता है कि अगर खरमास के महीने में कपड़ों का दान किया जाए तो व्यक्ति को दरिद्रता से मुक्ति मिलती है। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
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मान्यताओं के अनुसार पीतल या स्टील के बर्तन का दान करने से व्यक्ति को पारिवारिक कलह-क्लेश से छुटकारा मिलता है।
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यदि आप सामाजिक प्रतिष्ठा और सफलता पाना चाहते हैं तो इस अवधि में आप गुड़ का दान कर सकते हैं। इससे जातक की कुंडली में सूर्य का स्थान प्रबल होता है।
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