Dec 20, 2022
धार्मिक मान्यताओं अनुसार शनि देव कर्मफल दाता है जो लोगों को कर्मों, विचारों और शब्दों के आधार पर फल देते हैं।
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शनि की साढ़ेसाती और शनि ढैय्या ये दोनों ही व्यक्ति के जीवन में कई सारी बाधाएं पैदा करने काम करती हैं।
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17 जनवरी 2023 में शनि मकर से कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे। फिर इस राशि में शनि देव 29 मार्च 2025 तक विराजमान रहेंगे।
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नए साल में शनि के राशि बदलते ही 3 राशियों को शनि के प्रकोप से मुक्ति मिल जाएगी।
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नए साल में शनि के राशि बदलते ही धनु राशि के जातकों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी।
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नए साल में शनि के राशि बदलते ही मिथुन और तुला जातकों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।
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शनि के राशि बदलते ही मीन जातकों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इसी के साथ मकर और कुंभ राशि वालों पर भी साढ़ेसाती रहेगी।
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नए साल में कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी। ऐसे में इन राशियों के लोगों को सतर्क रहना होगा।
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मां काली या शनि देव के मंदिर में नारियल चढ़ाएं। शनि चालीसा का जाप करें। ज्यादा से ज्यादा “ऊँ शनैश्चराय नम:” का जाप करें।
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