Jul 20, 2023
महाभारत के महायुद्ध में अर्जुन ने गांडीव धनुष से कौरवों की विशाल सेना को पराजित करके विजय हासिल की।
Credit: Twitter/Instagram
जानें अर्जुन के पास कहां से आया गांडीव धनुष और दधीचि ऋषि से क्या है इसका संबंध।
Credit: Twitter/Instagram
मानवता और दिव्यता को उसके अत्याचारों से मुक्त कराने के लिए ऋषि दधीचि ने हड्डियों का दान किया। उनकी हड्डियों से तीन धनुष बने- गांडीव, पिनाक और सारंग।
Credit: Twitter/Instagram
भगवान राम को गांडीव धनुष भगवान शिव के अंशावतार परशुराम जी ने दिया था।
Credit: Twitter/Instagram
परशुराम जी को यह धनुष भगवान शिव ने पाताल में मौजूद राक्षसों का अंत करने के लिए दिया था।
Credit: Twitter/Instagram
भगवान शिव को यह धनुष भगवान विष्णु ने दिया।
Credit: Twitter/Instagram
जानकारी के अनुसार, वरुण देव ने अर्जुन को गांडीव धनुष दिया था।
Credit: Twitter/Instagram
इसके बाद स्वर्ग जाते समय अर्जुन ने वरुण देव को गांडीव धनुष लौटा दिया था।
Credit: Twitter/Instagram
इस धनुष के कारण ही अर्जुन को महान धनुर्धर माना जाने लगा था। गांडीव की उपयोगिता महाभारत में सुनने को मिलती है।
Credit: Twitter/Instagram
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स