Dec 3, 2023

Hindu Marriage Rituals: विवाह में क्यों लड़की 3 और लड़का 4 ही फेरे लेते हैं?

Laveena Sharma

हिन्दू धर्म में शादी से जुड़े कई रीति-रिवाज निभाए जाते हैं। जिनमें से एक है फेरे की रस्म।

Credit: canva

दरअसल शादी में फेरों की रस्म सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके बिना विवाह पूरा नहीं होता।

Credit: canva

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर शादी में 7 ही फेरे क्यों लिए जाते हैं।

Credit: canva

इन 7 फेरों में से 3 फेरों में लड़कियां आगे रहती हैं तो 4 फेरों में लड़के आगे रहते हैं।

Credit: canva

फेरों की रस्म निभाने के पीछे एक वजह है। दरअसल इन 7 फेरों के साथ 7 वचन भी लिए जाते हैं।

Credit: canva

शुरू के चार फेरे वर लेता है

पहला फेरा भोजन व्यवस्था, दूसरा शक्ति का प्रतीक, तीसरा प्रबंधन के लिए और चौथा आत्मिक सुख के लिए होता है। पहले ऐसा माना जाता था कि ये सब चीजें लड़के के ही द्वारा प्राप्त हो सकती हैं इसलिए इन वचनों को निभाने के लिए शुरू के चार फेरे लड़के द्वारा लिए जाने की परंपरा है।

Credit: canva

आखिरी के तीन फेरे लड़की लेती है

बाद के तीन फेरे पुण्य कर्मों, घर की व्यवस्था और पति व्रता होने से जुड़े हैं। इसलिए विवाह के समय आखिरी के तीन फेरे लड़की द्वारा लिए जाने की परंपरा है।

Credit: canva

​वचनों के आधार पर बटे फेरे

सातों फेरों से जुड़े अगर वचनों पर ध्यान दें तो समझ आ जाएगा कि जो जिम्मदारी लड़के की है उस फेरे से जुड़ा वचन लड़के लेते हैं और जो लड़की की जिम्मेदारी है उस फेरे से जुड़ा वचन लड़की लेती है।

Credit: canva

सात फेरों के समय लिए गए ये सात वचन वर-वधु को पूरी जिंदगी निभाने होते हैं।

Credit: canva

Thanks For Reading!

Next: घर के मुख्य द्वार पर चप्पल रखने से क्या होता है?

Find out More