Nov 15, 2022
By: लवीना शर्माईश्वर की पूजा के दौरान जलाये गए धूप-दीप को कभी भी खुद से नहीं बुझाना चाहिए।
सूर्यदेव की 7, विष्णु जी की चार और गणेश जी की तीन बार परिक्रमा जरूर करें। वहीं शिव जी की आधी परिक्रमा की जाती है।
भगवान को हमेशा ताजे फूल ही चढ़ाने चाहिए। साथ ही मां दुर्गा को लाल, विष्णु भगवान को पीले फूल चढ़ाए जाते हैं।
दीपक और कलश को एक-दूसरे के बिल्कुल पास नहीं रखना चाहिए। साथ ही कलश को रखने की सही दिशा ईशान कोण है।
पूजा हमेशा आसन पर बैठकर ही करनी चाहिए। कभी भी सीधे जमीन पर बैठकर पूजा न करें अपने नीचे कोई न कोई साफ कपड़ा जरूर बिछा लें।
पूजा के समय सबसे पहले गणेश जी की अराधना की जाती है। क्योंकि गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है।
नियमित पूजा के दौरान कभी भी भगवान को बेलपत्र, कमल और गंगाजल के अलावा कोई भी चीज बासी नहीं चढ़ानी चाहिए।
पूजा के दौरान हमेशा छोटी उंगली का प्रयोग करते हुए भगवान को सिंदूर, चंदन, गुलाल और हल्दी अर्पित करना चाहिए।
पूजा के दौरान हमेशा इस बात का खास ध्यान रखें की कभी भी शिव जी और गणेश जी को तुलसी के पत्ते ना चढ़ाएं।
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