Aug 28, 2023

​चंद्रमा पर जहां उतरा Chandrayaan 3, यहां माना जाता है पितरों का वास​

Laveena Sharma

चंद्रयान 3 का विक्रम लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भ्रमण कर रहा है।

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मान्यताओं अनुसार चंद्रमा की ये सतह काफी रहस्यमयी माना जाती है।

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ऐसी मान्यता है कि चंद्रमा के दक्षिणी भाग में पितरों का वास होता है।

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शास्त्रों के अनुसार भी दक्षिण दिशा में चंद्रमा के ऊपर की कक्षा में पितृलोक की स्थिति है।

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अश्विन माह में जब पितृ पक्ष शुरू होते हैं। तब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है।

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कहते हैं इस समय पितरों का धरती पर आगमन चंद्रलोक से ही होता है।

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इसलिए ही दक्षिण दिशा में पितरों का अनुष्ठान किया जाता है।

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यहां रहती हैं आत्माएं

​कहते हैं चंद्रलोक में ही आत्माएं मृत्यु के बाद 1 से लेकर 100 वर्ष तक मृत्यु और पुनर्जन्म की मध्य की स्थिति में रहती हैं।​

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​रामायण में है उल्लेख

​कहते हैं जब दशरथ की मृत्यु हुई थी, तो भगवान राम ने सपने में उन्हें दक्षिण दिशा की तरफ जाते हुए देखा था।​

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