नवरात्रि में कलश स्थापना क्यों की जाती है, क्या जानते हैं आप
Laveena Sharma
नवरात्रि के पहले ही दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना यानी कलश स्थापना की जाती है।
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पुराणों में कलश को भगवान विष्णु का रुप माना गया है। इसलिए इसकी पूजा का विशेष महत्व है।
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नवरात्रि में माता की पूजा करते समय माता की प्रतिमा के आगे कलश रखा जाता है।
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कलश स्थापना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और सुख-समृद्धि आती है।
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कलश के बिना अधूरी है पूजा
कलश को संपूर्ण ब्रह्मांड, भू-पिंड और पूरी सृष्टि का प्रतीक माना गया है। ऐसी मान्यता है कलश में संपूर्ण देवी-देवताओं का वास होता है।
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इसलिए स्थापित किया जाता है कलश
किसी भी धार्मिक कार्यक्रम या नवरात्रि की में कलश को सभी तीर्थ स्थलों, देवी-देवताओं का वास आदि का प्रतीक मानकर स्थापित किया जाता है।
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पूजा में कलश का महत्व
ऐसी मान्यता है कि कलश के मुख में भगवान विष्णु, कंठ में भगवान शिव और मूल को ब्रह्माजी स्थित होते हैं। साथ ही कलश के मध्य में देवियों का वास माना जाता है।
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नवरात्रि में कलश रखने का महत्व
नवरात्रि में कलश रखने से मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है और पूजा बिना किसी विघ्न के पूरी हो जाती है।
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