Dec 14, 2022
By: लवीना शर्माशनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं। पहला चरण, दूसरा चरण और तीसरा चरण। हर चरण की अवधि ढाई साल की होती है।
ज्योतिष अनुसार साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण दूसरा माना जाता है। इस चरण में शनि साढ़े साती अपनी चरम सीमा पर होती है।
नए साल में कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण रहेगा। इसलिए इस राशि वालों को बेहद सतर्क रहना होगा।
नए साल में मीन राशि वालों पर शनि साढ़े साती के पहले चरण की शुरुआत हो जाएगी।
मकर राशि वालों पर शनि साढ़े साती का आखिरी चरण रहेगा। 29 मार्च 2025 में इस राशि वालों को साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी।
जल्दबाजी में कार्य न करें। गलत तरीके से धन कमाने की कोशिश न करें। वाद-विवाद से दूर रहें। किसी का अपमान न करें।
शनि 17 जनवरी 2023 में मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें शनि मकर और कुंभ दोनों ही राशियों के स्वामी ग्रह भी हैं।
शनि चालीसा का पाठ करें। शनिवार के दिन दान जरूर करें। शनि के बीज मंत्रों का जाप करें।
शनि देव की 3 राशियां सबसे प्रिय मानी जाती हैं। ये राशियां हैं तुला, मकर और कुंभ।
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