Jan 2, 2024
कर्नाटक के जानेमाने मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई रामलला की मूर्ति भव्य राम मंदिर में लगाई जाएगी।
Credit: twitter
रामलला की अचल मूर्ति निर्माण के लिए नेपाल की गंडकी नदी समेत कर्नाटक, राजस्थान व उड़ीसा के उच्च गुणवत्ता वाले 12 पत्थर ट्रस्ट ने मंगाए थे।
Credit: twitter
Credit: twitter
कर्नाटक की श्याम शिला व राजस्थान के मकराना के संगमरमर शिला को इनकी विशेष खासियतों के चलते चुना गया।
Credit: twitter
Credit: twitter
श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हों। मस्तक सुंदर, आंखें बड़ी और ललाट भव्य हों। हाथ में तीर व धनुष हो। मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता झलके।
Credit: twitter
मूर्ति निर्माण के तय हुए मानक में मूर्ति की कुल ऊंचाई 52 इंच बताई गई थी।
Credit: twitter
मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन चुना गया है। इस शुभ कार्य का मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा।
Credit: twitter
पंचांग अनुसार 22 जनवरी को पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तथि है। नक्षत्र मृगशिरा और योग ब्रह्म सुबह 8 बजकर 47 मिनट तक इसके बाद इंद्र योग लग जाएगा।
Credit: twitter
Thanks For Reading!