ज्योतिष शास्त्र: इन ग्रहों की खराबी के कारण आता है Heart Attack, जानें उपाय
Laveena Sharma
ज्योतिष में सूर्य हृदय का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका भाव पंचम है।
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जब पंचम भाव, पंचमेश या सिंह राशि पाप प्रभाव में हो तो हार्ट अटैक आने की संभावना रहती है।
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इन ग्रहों के कारण अचानक से आता है हार्ट अटैक
हार्ट अटैक अचानक से आता है और कुंडली में अचानक से घटने वाली घटनाओं के लिए राहु या केतु जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में सूर्य पर राहु या केतु में से किसी एक ग्रह का पाप प्रभाव होना भी आवश्यक है।
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हार्ट अटैक आने का एक कारण ये भी
यदि षष्ठेश केतु के साथ हो और गुरु, सूर्य, बुध, शुक्र अष्टम भाव में हों और चतुर्थ भाव में केतु हो तो हृदय रोग होता है।
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सूर्य-मंगल-चन्द्र की युति छठे भाव में हो और पापग्रहों से पीड़ित हो तो हृदय शूल होता है।
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सूर्य के खराब होने से होते हैं ये रोग
अगर सूर्य पीड़ित है तो सिर, दिमाग, दाहिनी आंख, पेट के अंदर का भाग, ह्रदय, बुखार, ब्लड प्रेशर, उच्च रक्तचाप, दिल, कंठ स्वर, पित्त और हड्डी से सम्बंधित रोग होते हैं।
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ऐसे में सूर्य को मजबूत करना जरूरी
भगवान शिव की पूजा करें। अपने पिता की सेवा करें। रविवार में लाल वस्तुओं का दान करें।
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इस उपाय से हार्ट होगा मजबूत
अपने वजन के 10% नमक रविवार को जल में प्रवाहित करें और तांबे के लोटे में जल, चावल, कुमकुम और लाल फूल डाल कर रोजाना सूर्य को सुबह-सुबह अर्घ्य दें। इससे सूर्य मजबूत होगा जिससे आपका हार्ट स्वस्थ रहेगा।
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हृदय रोगों से सुरक्षा प्रदान करेगा ये उपाय
ज्योतिष के अनुसार प्रतिदिन 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। ये उपाय हृदयरोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। क्योंकि गायत्री मंत्र को आरोग्य का मंत्र माना गया है।