Sep 7, 2023
सूर्य के रहस्यों का पता लगाने के लिए इसरो ने आदित्य एल 1 भेजा है।
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सूर्ययान को पृथ्वी से एल1 प्वाइंट तक पहुंचने में तकरीबन 110 दिन का समय लगेगा।
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पृथ्वी से सूर्य की दूरी का पता वैज्ञानिको को कई वर्षों की रिसर्च के बाद लगा, लेकिन हनुमान चालीसा में गोस्वामी तुलसीदास ने बहुत पहले इसका जवाब दे दिया था।
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गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखी हनुमान चालीसा की 18वीं चौपाई में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी का वर्णन है। चौपाई है- जुग सहस्त्र जोजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
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जुग मतलब 12000 वर्ष, एक सहस्त्र मतलब 1000, एक जोजन मतलब 8 मील। इन तीनों को गुणा करने पर आता है 96000000 मील।
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एक मील में 1.6 किमी आते हैं। 96000000 मील को 1.6 किमी से गुणा करने पर आता है 153600000 किमी।
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इस चौपाई का अर्थ है हनुमानजी एक युग सहस्त्र योजन की दूरी पर स्थित भानु यानी सूर्य को मीठा फल समझकर खा गए।
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वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी से सूर्य की दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर है।
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इसरो का सूर्ययान आदित्य-एल1 सूरज की कक्षा लैग्रेंज बिंदु-1 पर जाएगा। L1 प्वाइंट पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन (15 लाख) किमी दूर है, जोकि पृथ्वी से सूर्य की दूरी का लगभग 1% है।
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