Sep 8, 2024

अंधकार ही अंधकार! ब्रह्मांड की चमक धीरे-धीरे हो रही कमजोर

Anurag Gupta

प्रकाश का सागर

शुरुआत में ब्रह्मांड प्रकार का सागर था, लेकिन जैसे-जैसे इसका विस्तार हुआ यह ठंडा और धुंधला हुआ। साथ ही पदार्थ सामने आए।

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बिग बैंग से हुई ब्रह्मांड की उत्पत्ति

शोधकर्ताओं के मुताबिक, बिंग बैंग के लगभग 14 अरब साल बाद अंतरिक्ष अब ठंडा और अंधकारमय है।

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सबसे पुरानी गैलेक्सी

अंधकारमय अंतरिक्ष

अंतरिक्ष हमें काला दिखाई देता है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पूर्णत: अंधकारमय नहीं है। ब्रह्मांडीय इतिहास के दौरान सितारों से भरी खरबों आकाशगंगाएं आईं और चली गईं, जो अपने पीछे एक फीकी और अजीब सी रोशनी छोड़ गईं।

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मंद चमक की गणना

खगोलविद माइकल शूल और उनकी टीम ने इस फीकी रोशनी या कहें ब्रह्मांड की मंद चमक की तीव्रता की गणना की।

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क्या पता चला?

शोधकर्ताओं को पता चला कि पृथ्वी की सतह तक पहुंचने वाली सूर्य की रोशनी की तुलना में यह चमक 100 बिलियन गुना मंद (Dimmer) है।

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आकाशगंगाओं का निर्माण

आकाशगंगाओं का निर्माण सबसे पहले बिग बैंग के कुछ 100 मिलियन वर्ष बाद कॉस्मिक डॉन के दौरान हुआ था।

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मंद हो रही चमक

और आकाशगंगाओं से निकलने वाला प्रकाश लगभग 10 बिलियन वर्ष पहले अपने चरम पर था, लेकिन फिर यह धीरे-धीरे मंद होता जा रहा है।

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सटीक माप की जरूरत

ब्रह्मांडीय ऑप्टिकल पृष्ठभूमि के सटीक माप से इस बात की पुष्टि हो सकती है कि ब्रह्मांड को लेकर यह समझ सही है या नहीं? या अंतरिक्ष में प्रकाश किसी अनदेखी छिपी हुई वस्तु से आ रहा है।

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