Oct 10, 2025

3.8 करोड़ KM दूर मौजूद 'पृथ्वी की बहन' से आई खुशखबरी; वैज्ञानिक हुए खुश

Anurag Gupta

​वैज्ञानिक सौरमंडल में मौजूद तमाम ग्रहों से जुड़ी शोध करते रहते हैं।​

Credit: iStock

​डेटा की हो रही जांच​

अमेरिकी विज्ञानियों ने 50 साल पुराने डेटा की एक बार फिर से जांच की जिसमें चौंका देने वाली बात सामने आई।

Credit: iStock

​क्या कुछ है खास​

शुक्र ग्रह के 50 साल पुराने डेटा से पता चला है कि वहां पर पानी मौजूद है।

Credit: iStock

​हालांकि, पानी हाइड्रेटेड सामग्री के तौर पर मिली है, न ही धरती कि तरह साफ-साफ मौजूद है।​

Credit: iStock

You may also like

न करें देर! आसमान में दिखेंगे 4 सुपरमून,...
कोई भी रॉकेट प्रकाश की गति से स्पेस में ...

​विज्ञानियों को पहले लगता था कि बादल सल्फ्यूरिक एसिड से भरा है, ​

Credit: iStock

​लेकिन नए अध्ययन से धारणाएं बदल गईं और पानी की मौजूदगी का अहसास हुआ।​

Credit: iStock

​शुक्र ग्रह पर पानी बहुत ज्यादा है, पर हाइड्रेटेड फॉर्म में मौजूद है। ​

Credit: iStock

​किसने की खोज​

कैलिफोर्निया पॉलिटेक्निक स्टेट यूनिवर्सिटी के डॉ राकेश मोगुल और डॉ संजय लिमाये ने शुक्र के बादलों की रचना पर चर्चा की।

Credit: iStock

​किस डेटा को खंगाला​

विज्ञानियों ने साल 1978 के नासा पायनियर वीनस मिशन डेटा को दोबारा से खंगाला और नई खोज की।

Credit: iStock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: न करें देर! आसमान में दिखेंगे 4 सुपरमून, नोट कर लें तारीख और समय

ऐसी और स्टोरीज देखें