Apr 16, 2024
पान के शौकीनों की तरह पान भी कई तरह के होते हैं। ऐसा ही एक पान है जिसे पलंग तोड़ पान कहा जाता है। पलंग तोड़ पान को हनीमून पान भी कहा जाता है।
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पलंग तोड़ पान के बारे में कहा जाता है कि यह कामोत्तेजना बढ़ाता है। पलंग तोड़ पान को गोल्ड फॉयल में लपेटकर खाया जाता है। यह पान काफी महंगा होता है।
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पलंग तोड़ पान महिला और पुरुष, दोनों के लिए अलग-अलग तरह से बनता है। पुरुषों के पान में सुगंधित समुद्री घास का रस, गुलाब, कश्मीरी केसर और कलकत्ता के पान के पत्तों में लिपटी कुछ सामग्री मिलाई जाती है।
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महिलाओं के लिए जो पलंग तोड़ पान बिकता है उसमें सफेद मुस्ली, केसर और गुलाब जैसी चीजें मिलाई जाती हैं।
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मशहूर सेक्सोलॉजिस्ट प्रकाश कोठारी बताते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार, खाना खाने के बाद और सहवास से पहले पान खाया जा सकता है। दिन में 2-3 से ज्यादा पान न लें।
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पलंग तोड़ पान का सेवन कई लोग सुहागरात में इस इरादे से करते हैं कि सहवास के दौरान अपनी यौन शक्ति से वह अपने पार्टनर को प्रभावित कर पाएंगे।
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कई सेक्सोलॉजिस्ट का मानना है कि पलंग तोड़ पान सिर्फ एक कल्पना है। हकीकत यह है कि इसमें नशीली दवा मिली होती है जिसके सेवन से या तो आदमी सहवास से पहले ही सो जाता है य नशे की वजह से उसे आधे या एक मिनट के सहवास की अवधि घंटों जैसी लगती है।
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बता दें कि कामसूत्र में भी पान का जिक्र है। वहां बताया गया है कि शारीरिक संबंध बनाने से पहले पान चबाना सहवास के आनंद को दोगुना कर देता है। हालांकि ये कहीं नहीं कहा गया है यह यौन क्षमता बढ़ाता है।
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कामसूत्र के अलावा दूसरे पुराने ग्रंथों ने भी पान को औषधि तो माना है लेकिन पलंग तोड़ पान जैसी किसी चीज का कोई जिक्र नहीं है। साफ शब्दों में कहें तो पलंग तोड़ पान से फायदा तो होता है, लेकिन यह फायदा बेचने वाले को होता है, खाने वाले को नहीं।
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