Sep 12, 2024
अगर कोई कहता है कि मुझे मौत से डर नहीं लगता, तो या तो वह झूठ बोल रहा है या फिर गोरखा है।
Credit: facebook
ये बात इंडियन आर्मी के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सैम मानेकशॉ ने गोरखा सैनिकों के बारे में कही थी।
Credit: facebook
गोरखा लोगों को नेपाली आर्मी, भारतीय आर्मी यहां तक कि ब्रिटिश आर्मी तक में शामिल किया जाता है।
Credit: facebook
गोरखा या गोरखाली नेपाल की एक पहाड़ी जाति है, जिसे लड़ाका भी कहते हैं। गोरखा अपने साहस और वफादारी के लिए पहचाने जाते हैं।
Credit: facebook
गोरखा सैनिकों की पहचान उनका एक खास पारंपरिक हथियार खुखरी है। यह करीब 18 इंच की एक तेज धारदार चाकू जैसा है।
Credit: facebook
ऐसी कहावत है कि एक बार खुखरी म्यान से निकल गई तो उसे हर हाल में दुश्मन का खून चाहिए होता है। वरना म्यान में वापस रखने से पहले मालिक को अपना खून देना होता है।
Credit: facebook
क्या आप जानते हैं कि गोरखा लोग सबसे ज्यादा किस जानवर का मांस खाते हैं। अगर नहीं जानते तो हम आपको बता देते हैं।
Credit: facebook
गोरखा सबसे ज्यादा बकरे का मीट खाते हैं। गोरखा सैनिकों के रेजिमेंट में मटन एक रेगुलर डिश है।
Credit: facebook
बकरे का मीट बनाने की उनकी अपनी अलग रेसिपी है। इसे वह चावल और रोटी के साथ खाते हैं।
Credit: facebook
Thanks For Reading!