Jun 17, 2024

'तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं..', बारिश के इंतजार को भुला देंगे ये खूबसूरत शेर

Suneet Singh

भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है। हालांकि देश का बड़े हिस्से को बारिश का इंतजार है।

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Kumar Vishwas Poetry

लोग इंतजार में हैं कि कब बादल बरसे और इस तपती गर्मी से राहत मिले।

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फिलहाल आइए पढ़ते हैं बारिश के इंतजार पर लिए मशहूर शायरों के कुछ चुनिंदा शेर:

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मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी, तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं।

- सुल्तान अख़्तर

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धूप ने गुज़ारिश की, एक बूंद बारिश की।

- मोहम्मद अल्वी

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ओस से प्यास कहां बुझती है, मूसला-धार बरस मेरी जान।

- राजेंद्र मनचंदा बानी

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क्यूं मांग रहे हो किसी बारिश की दुआएं, तुम अपने शिकस्ता दर-ओ-दीवार तो देखो।

- जाज़िब कुरैशी

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क्या कहूं दीदा-ए-तर ये तो मिरा चेहरा है, संग कट जाते हैं बारिश की जहां धार गिरे।

- शकेब जलाली

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फ़लक पर उड़ते जाते बादलों को देखता हूं मैं, हवा कहती है मुझ से ये तमाशा कैसा लगता है।

- अब्दुल हमीद

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