Jan 12, 2025

ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले डूब जाते हैं, जीना सिखाती हैं ब्रह्मकुमारी शिवानी की ये बातें

Suneet Singh

​दुख का कारण​

आज के समय में ज्यादातर लोग सिर्फ इसलिए दुखी और असफल हैं कि वे अपने अक्ल के उपयोग के बजाय दूसरों की नकल ज्यादा करते हैं।

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​सच और झूठ​

सत्य एक डेबिट कार्ड की तरह है जिसका पहले भुगतान करना है फिर आनन्द लेना है जबकि झूठ एक क्रेडिट कार्ड की तरह है जिसमें पहले तो आनन्द लेना है फिर उसका हमें भुगतान करना है।

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​भाग्यशाली कौन?​

भाग्यशाली वे लोग नहीं होते हैं जिन्हें सबकुछ अच्छा मिलता है बल्कि वे भाग्यशाली होते है जिन्हें जो भी मिलता है उसे अच्छा बना लेते हैं।

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​रोशनी बनें​

जो लोग सिर्फ आपको जरूरत के समय याद करते है उनके लिए काम जरूर आना चाहिए, क्योंकि अंधेरे के समय ही रोशनी खोजी जाती है और वह रोशनी आप हो।

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​अपनी नजर में बेहतर बनें​

दूसरों की नजरों में अच्छा बनने से है की खुद की नजरों में अच्छा बनें।

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​लड़ाई और प्यार​

छोटी सी लड़ाई से हम अपना प्यार खत्म कर लेते हैं, इससे अच्छा है कि प्यार से हम अपनी लड़ाई ही खत्म कर लें।

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​क्रोध कमजोरी है​

क्रोध और गुस्सा इंसान को तभी आता है जब वह अपने आपको कमजोर और हारा हुआ मान लेता है।

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​खुशी का सही अर्थ​

खुश रहने का मतलब यह नहीं है की सबकुछ ठीक ही है, बल्कि इसका मतलब यह है कि आप ने अपने दुखों से ऊपर उठकर जीना सीख लिया है।

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​बोझ हल्का करें​

जो ज्यादा बोझ लेकर चलता है हमेशा डूब जाता है, फिर चाहे वह बोझ सामान का हो या अभिमान का।

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