फाइटर प्लेन के पायलट हरे रंग का जी-सूट ही क्यों पहनते हैं

Amit Mandal

Oct 16, 2023

पायलट क्यों पहनते हैं जी-सूट

जब भी सेना के जवान फाइटर प्लेन या हेलिकॉप्टर उड़ाते हैं तो एक खास तरह का हरे रंग सूट पहने हुए होते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों?

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जी-सूट क्या होता है?

दरअसल, इसे जी सूट (G-Suit) और एंटी जी सूट (Anti G-Suit) कहा जाता है। जानते हैं कि आखिर ये जी-सूट क्या होता है?

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खून के बहाव का नियंत्रण

कोई पायलट इसलिए जी-सूट पहनता है कि वह उड़ान के समय अपने खून के बहाव को नियंत्रित रख सके।

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गुरुत्वाकर्षण बल है वजह

जब फाइटर जेट या कॉम्बैट हेलिकॉप्टर में उड़ान भरी जाती है तो धरती के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से शरीर में बदलाव होते हैं।

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कितना गुरुत्वाकर्षण बल झेला जा सकता है

सामान्य तौर पर एक इंसान 3जी तक का गुरुत्वाकर्षण बल झेल सकता है। वहीं फाइटर क्रू में 4जी से 5जी गुरुत्वाकर्षण बल झेलने की क्षमता होती है।

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अधिक बल से पायलट के लिए मुश्किल

लेकिन इससे भी अधिक बल होने पर फाइटर पायलट के लिए मुश्किल बढ़ जाती है। जी फोर्स ज्यादा होने से खून का बहाव दिल से आगे नहीं हो पाता है।

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खून का बहाव सामान्य रहता है

अब इस सूट की वजह से खून का बहाव दिल से दिमाग तक होता रहता है।

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जी-सूट देता है अधिक ताकत

जी-सूट पहनने के बाद फाइटर पायलट 9जी या उससे भी अधिक बल झेल सकता है।

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गर्मी से बचाव

इसके साथ ही फाइटर जेट्स के इंजन की गर्मी बढ़ने पर ये जी सूट कारगर साबित होता है और पायलट को गर्मी से बचाकर रखता है।

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